Fuel and LPG Cylinder Prices – देशभर में आम जनता के लिए बड़ी राहत की खबर आई है, क्योंकि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर के दामों में भारी कटौती की गई है। यह फैसला बढ़ती महंगाई के दौर में उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई दरें आज से यानी 8 अक्टूबर 2025 से पूरे देश में लागू कर दी गई हैं। पेट्रोल और डीजल के दाम में ₹6 से ₹8 प्रति लीटर तक की कटौती की गई है, जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹320 की सीधी राहत दी गई है। इस कटौती का असर न सिर्फ आम आदमी की जेब पर पड़ेगा, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन और रोजमर्रा की जरूरतों की लागत में भी कमी आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला त्योहारों से पहले लिया गया है ताकि जनता को थोड़ी राहत मिल सके और बाज़ार में मांग बनी रहे।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कितनी राहत मिली?
सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करते हुए प्रति लीटर ₹6 से ₹8 तक की राहत दी है। इससे सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो रोजाना वाहन से यात्रा करते हैं या व्यापारिक स्तर पर ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे प्रमुख महानगरों में पेट्रोल अब ₹90 से ₹92 के बीच मिल रहा है, जबकि डीजल ₹80 से ₹82 के आसपास पहुंच गया है। इससे न केवल व्यक्तिगत स्तर पर ईंधन खर्च में कटौती होगी बल्कि पूरे लॉजिस्टिक सेक्टर की लागत में भी कमी आएगी, जिसका असर अन्य उत्पादों की कीमतों पर भी पड़ेगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह राहत स्थायी नहीं है, लेकिन फिलहाल इसे 31 दिसंबर 2025 तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

एलपीजी सिलेंडर के दाम घटे ₹320 तक
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी उल्लेखनीय कमी की गई है। एलपीजी सिलेंडर जो पहले ₹1,120 में मिलता था, अब वह ₹800 में उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे खासकर मिडल क्लास और निम्न वर्ग के परिवारों को राहत मिलेगी, जिनका बजट गैस कीमतों की वजह से काफी प्रभावित हो रहा था। यह कटौती भारत सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को भी मिलेगी, जिससे करोड़ों परिवारों को सीधा फायदा पहुंचेगा। साथ ही, व्यवसायिक सिलेंडर की कीमतों में भी ₹450 तक की कटौती की गई है जिससे होटल और छोटे उद्योगों को भी राहत मिलेगी। सरकार ने यह फैसला तेल कंपनियों के घाटे को देखते हुए और उपभोक्ता हित में लिया है।
नई दरें आज से लागू, किन्हें सबसे ज्यादा फायदा?
नई दरें 8 अक्टूबर 2025 से पूरे देश में लागू हो चुकी हैं और इसका सबसे ज्यादा फायदा छोटे कस्बों, गांवों और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को मिलेगा, जहां पहले से ही महंगाई का ज्यादा असर है। इसके अलावा, ऑटो चालकों, कैब ऑपरेटर्स, ट्रक मालिकों और छोटे उद्योगों को भी इस कटौती से सीधी राहत मिलेगी। त्योहारों से पहले इस तरह की घोषणा से उपभोक्ताओं की खरीदारी क्षमता में बढ़ोतरी होगी, जिससे बाजार में रौनक आने की उम्मीद है।
क्या आगे और कटौती संभव है?
तेल कंपनियों और सरकार के बीच बातचीत जारी है और यदि कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और नीचे आती हैं, तो आगे भी कीमतों में कटौती संभव है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि डॉलर की तुलना में रुपया मजबूत होता है, तो ईंधन आयात सस्ता होगा और इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा। सरकार ने संकेत दिया है कि आने वाले महीने में स्थिति की समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ी तो राहत पैकेज को बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल, यह राहत आने वाले चुनाव और त्योहारों को देखते हुए बेहद समय पर और जरूरी कदम माना जा रहा है।